तीन पत्ती गुलाब-41
This story is part of a series: keyboard_arrow_left तीन पत्ती गुलाब-40 keyboard_arrow_right तीन पत्ती गुलाब-42 View all stories in series मैंने गौरी को अपनी गोद में उठा लिया। “ओह… रुको तो सही? मुझे कुल्ला करके हाथ तो धो लेने दो प्लीज…” मैं गौरी को अपनी गोद में उठाए वाशबेसिन की ओर ले आया। उसने किसी …