पड़ोसन भाभी और मेरी वासना का परिणाम
“आज रांची में बहुत ठंड है यार … हां भाई गर्म होते हैं … चल सुट्टा मारते हैं.” “ठीक है चल.” “अरे मोहन भैया, दो चाय देना और दो क्लासिक देना.” “अब चल भाई शाम के 6 बज गए, घर जाता हूँ, रात में मिलते हैं … ठीक 8 बजे ग्राउंड में बेडमिंटन खेलेंगे.” “ठीक …