Tag «खुले में चुदाई»

पराई नार की चूत चुदाई का मजा-1

नमस्कार दोस्तो.. मैं इस साईट का बहुत पुराना शैदाई हूं और बड़े ही प्यार से और उत्सुकता से कहानियों को पढ़ता हूं. वैसे तो मेरे जीवन में मैंने कई बार सेक्स का अनुभव लिया है, जैसे हर कोई लेता है. लेकिन हाल ही में मैंने कुछ ऐसा अनुभव किया है, जो सभी को नसीब नहीं …

पराई नार की चूत चुदाई का मजा-2

कहानी का पिछला भाग: पराई नार की चूत चुदाई का मजा-1 मैं पागलों की तरह उसे किस कर रही थी, उसके एक होंठ को मैं अपने दांतों में लेकर उसे काट रही थी. उसने मेरे अन्दर की वासना को जगा दिया था. अब मैं रूकने वाली नहीं थी. मेरी गांड पर उसका लंड ऐसे घिसा …

सर्दी की रात का गरम अहसास

दोस्तो, कैसे हैं आप सब लोग, उम्मीद है कि आप सब लोग भी काफी उम्मीदों से हैं, उम्मीद पर बने रहिए, कभी न कभी आप की उम्मीद जरूर पूरी होगी. मेरी पिछली कहानी मेरी स्टूडेंट ने मुझे दुनिया दिखाई को आपने बहुत प्यार दिया, उसके लिए आप सभी का शुक्रिया! साथ में एक शिकायत भी, …

हवस बदसूरत लड़की की

हैलो दोस्तो, अन्तर्वासना पर यह मेरी पहली कहानी है मेरे अंदर भरी हवस की … यह मेरी सच्ची कहानी है. मेरे नाम के जैसा मेरा रूप नहीं था.. जिस कारण लड़के मुझे पसंद करना तो दूर, मेरी तरफ देखते भी नहीं थे. मेरे मोटे मोटे होंठ नीग्रो जैसे, काला रंग, खुरदुरा चेहरा… लोग मेरे मुँह …

नंगी कहानी: वासना के पंख-4

This story is part of a series: keyboard_arrow_left वासना के पंख-3 keyboard_arrow_right वासना के पंख-5 View all stories in series दोस्तो, आपने इस शौहर बीवी की इस नंगी कहानी के पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे प्रमोद और मोहन ने अपनी बीवियों को अदल-बदल करके चोदने की योजना बनाई थी। इस योजना के तहत प्रमोद …

वासना के पंख-5

This story is part of a series: keyboard_arrow_left नंगी कहानी: वासना के पंख-4 keyboard_arrow_right वासना के पंख-6 View all stories in series मेरी सेक्स कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे प्रमोद ने सफलतापूर्वक अपनी देसी बीवी को पेरिस के एक बीच पर पूरी नंगी कर लिया और समुद्र के पानी में छिप …

मामी की गांड चोद कर सुहागरात मनायी-1

नमस्कार दोस्तो, मैं राहुल एक बार फिर से अपनी नई कहानी लेकर आया हूँ. अभी तक आपने पहले भागों मामी की चूत चुदाई का आनन्द-1 मामी की चूत चुदाई का आनन्द-2 मामी की चूत चुदाई का आनन्द-3 में पढ़ा कि मामी की मैंने कैसे चुदाई की थी. वो पूरी तरह से संतुष्ट हो गई थीं. …

वासना के पंख-6

This story is part of a series: keyboard_arrow_left वासना के पंख-5 keyboard_arrow_right वासना के पंख-7 View all stories in series प्रिय पाठको, मेरी कामुक कहानी के पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे प्रमोद ने हनीमून के लिए यूरोप जा कर अपनी बीवी को नग्न बीच पर सबके सामने नंगी होने के लिए प्रोत्साहित किया …

मामी की गांड चोद कर सुहागरात मनायी-2

मेरी इस कहानी के पहले भाग मामी की गांड चोद कर सुहागरात मनायी-1 में आपने पढ़ा कि मेरी मामी की गांड ने मेरे लंड से दोस्ती कर ली थी. अब आगे.. मैं मामी जी गांड मारता चला गया. मेरी गोटियां अब मामी के मुलायम नितंबों से टकरा रही थीं. मैं आराम से अपना आठ इंच …

वासना के पंख-10

This story is part of a series: keyboard_arrow_left वासना के पंख-9 keyboard_arrow_right वासना के पंख-11 View all stories in series दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे संध्या ने अपने काम जीवन में नए रंग भरने के लिए पहले अपनी सास के साथ समलैंगिक समबन्ध बनाए और फिर मोहन को उसके बचपन की चाहत …

शादी में चूत चुदवा कर आई मैं-3

मेरी गर्म और गंदी कहानी के पहले दो भागों शादी में चूत चुदवा कर आई मैं-1 शादी में चूत चुदवा कर आई मैं-2 में आपने पढ़ा कि मैं राजस्थान के एक गाँव में शादी में आई हुयी थी और मेरी चूत की आग मुझे जीने नहीं दे रही थी. मैं वहीं पर एक रिटायर्ड फौजी …

चुत की खुजली और मौसाजी का खीरा-4

This story is part of a series: keyboard_arrow_left चुत की खुजली और मौसाजी का खीरा-3 keyboard_arrow_right चुत की खुजली और मौसाजी का खीरा-5 View all stories in series मैंने मौसा जी की ओर देखा तो मौसा जी मुझे ही देख रहे थे। उनकी आँखों में वासना भरी थी, मैंने अपनी ओर देखा तो मुझे भी …

ट्रेन सेक्स स्टोरी: सीट वेटिंग और चुदाई कन्फर्म

हैलो फ्रेंड्स, आज मैं अपनी एक और कहानी ले कर आया हूँ. उम्मीद है आप सबको पसंद आएगी. ये कहानी कुछ दिन पहले की है, जब मैं ट्रेन से लखनऊ से गोरखपुर वापस जा रहा था. ठीक मेरे सामने वाली सीट पर एक एकदम मस्त लड़की बैठी थी. उसका साइज़ वगैरह भी ठीक था.. मगर …

मीठा मीठा मौसम

नमस्कार दोस्तो, आप सभी को आशु का नमस्कार! मीठा मीठा मौसम आ चुका है। यही वो मौसम है जिसमें आप अपने प्यार को प्यार करते हैं। आज मैं आप को ऐसे ही मौसम के दौरान मेरे और सोनू के प्यार की एक कहानी सुनाना चाहता हूँ। जो हिसार के बारे में जानते हैं, वो अग्रोहा …

गाँव की गोरियाँ देसी छोरियां

सुबह के 9 बज रहे थे मुझे पुणे से अपने गांव जाने के लिये बस लेनी थी तो मैं बस स्टैंड पहुंच गया। मै आज बहुत दिन बाद अपने गांव जा रहा था! बस लगी हुई थी, मैं बैठ गया और पिछले ख्यालों में खो गया। मैं 4 साल पहले इधर पुणे में आया था …