Tag «अंग प्रदर्शन»

प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-1

मेरे प्यारे दोस्तो, मेरी कहानी 12 इंची लम्बे लिंग वाले व एक रात में पांच सात बार ठोकने वाले सुपरमैन और रिमोट से बटन दबाते ही लड़की या औरत उनसे चुदने को तैयार करने वाले लोगों की तरह बनावटी या काल्पनिक नहीं है इसलिए मेरी सेक्स कहानी को केवल वे लोग पढ़ें जो सच में …

सौतेली माँ के साथ चूत चुदाई की यादें-9

This story is part of a series: keyboard_arrow_left सौतेली माँ के साथ चूत चुदाई की यादें-8 View all stories in series अब तक मेरी सेक्स कहानी में आपने पढ़ा कि ड्राईवर से मन भर गया तो मैंने एक और नए लंड की तलाश की जो मुझे मेरे कॉलेज में मिला. मैंने उससे दोस्ती कर ली …

प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-2

मेरी कामुक कहानी के पहले भाग प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-1 जवानी और शराब के नशे में चूर उसका हर कदम किसी मदमस्त हथिनी की तरह जमीन पर पड़ता था। उसके यौवन को देख लगता था कि प्रेम रस यहीं से रचा गया है, वो प्रेम रस के सभी कवियों की प्रेरणा सी प्रतीत हो रही …

मेरी स्टूडेंट ने मुझे दुनिया दिखाई-2

मेरी रोमांटिक कहानी के पहले भाग मेरी स्टूडेंट ने मुझे दुनिया दिखाई-1 में आपने पढ़ा कि मुझे अपनी एक स्टूडेंट से प्यार हो गया था. उसने बताया कि उसके बॉयफ्रेंड ने उसे चीट किया और वो अब उस से मिलना भी नहीं चाहता। वो पहले से ज़्यादा ज़ोर से रोने लगी। मैं खड़ा होकर उस …

योनि का दीपक- भाग 1

प्रिय पाठको, इस बार एक बिल्कुल नए मिजाज की कहानी लेकर हाजिर हूँ। आज की युवा पीढ़ी बहुत फास्ट और बिंदास है। उसमें टैलेंट है, सामर्थ्य है, और भविष्य का कोई भय या फिक्र भी नहीं है। इसी युवा पीढ़ी की एक लड़की (अब श्रीमती) ने अपने बेलौस स्वभाव में जो कर डाला यह उसी …

योनि का दीपक- भाग 2

मेरी कहानी योनि का दीपक- भाग 1 में आपने पढ़ा कि ब्वायफ्रेंड से मिलने जाते समय मन में शंकाओं-चिंताओं-रोमांचों के जितने पटाखे फूट रहे थे, वे इससे पहले की किसी भी दीवाली से ज्यादा थे। क्या होगा, कैसे दिखाऊंगी उसको, शुरुआत ही कैसे करूंगी। क्या सोचेगा वो? मुझे सस्ती या चालू तो नहीं समझ लेगा? हाय …

योनि का दीपक- भाग 3

योनि का दीपक- भाग 2 में आपने पढ़ा कि मैं गुस्से से खड़ी हो गई- तुमने मुझे क्या समझ रखा है? रण्डी? मेरे कपड़े मुझे दे दो! वह डर गया। मैंने उसके हाथ से टॉप ले लिया, टॉप पहनी, घाघरा ठीक किया, जूते पहने और चलने को हुई। “जस्ट एक मिनट रूक जाओ, मेरी बात …

काश वो चुदाई खत्म ना होती

दोस्तो, मेरा नाम सपना जैन है, मैं शादीशुदा हूँ. मेरे पति जॉब करते हैं, मैं अपने पति के साथ बहुत खुश हूँ. मेरे घर में उनके अलावा सास और ससुर भी हैं. मेरा फिगर 34-27-35 का है, मतलब मैं दिखने मैं बहुत हॉट मस्त माल हूँ. एक बार मेरे पति को उनकी कंपनी ने बिज़नेस …

काजल की चुदाई: दूध वाला राजकुमार-7

मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग काजल की चुदाई: दूध वाला राजकुमार-6 में आपने पढ़ा कि कैसे मैं काजल को सुबह सुबह रत्नेश भैया की दूकान पर ले गया और वहां भैया ने कया किया. अब आगे: मेरी आवाज़ सुनते ही रत्नेश भैया ने काजल से अपनी पकड़ थोड़ी ढीली करी और उसके मोटे मोटे …

पुत्र वधू की सुहागरात-1

मेरे प्यारे दोस्तो, मेरा नाम नरेंद्र जैन है, मेरी आयु 47 साल है, मैं एक सरकारी कर्मचारी हूँ, अच्छा वेतन पाता हूँ. मेरा ऑफिस घर के पास ही है. मेरी बीवी का नाम निधि जैन था, लेकिन दो तीन साल तक काफी बीमार रही और उसके बाद दो वर्ष पूर्व वो इस धरती लोक को …

खुली छत पर चाची की हाहाकारी चुत चुदाई

सेक्स स्टोरी के चाहवान मेरे प्यारे दोस्तो, मैं सत्यम पहली बार आपके सामने अपनी सच्ची चोदन कहानी लेकर आया हूँ. अगर मेरी कहानी में कोई गलती हो तो मुझे माफ कर दीजिएगा. यह बात उस समय की है, जब मैं स्नातकी कर रहा था. मेरे घर के पड़ोस में एक परिवार रहता है, जो मेरे …

मेरा नौकर राजू और मेरी बहन-4

मेरी सेक्सी कहानी के पिछले भाग मेरा नौकर राजू और मेरी बहन-3 में आपने पढ़ा कि मेरी छोटी बहन सीमा मुझे बता रही है कि उसके सेक्स सम्बन्ध मेरे नौकर से कैसे और कब बनने शुरू हुए थे. होली वाले दिन उसने अपनी तीन सहेलियों के साथ मिल कर अपने युवा नौकर से भांग बनवा …

नौकर के बेटे की वासना भरी निगाहें-1

मेरे दोस्तो, मैं आपकी अपनी प्यारी प्यारी प्रीति शर्मा… मैं दिल्ली में रहती हूँ। पति का काफी अच्छा बिजनेस है, बेटा भी अपनी पढ़ाई पूरी करके अपने पापा के साथ ही काम करने लगा है। बेटी अभी छोटी है और कॉलेज में पढ़ती है, जवान है, बहुत खूबसूरत है। बेटे की तो गर्ल फ्रेंड है, …

प्रतिशोध की ज्वाला-1

This story is part of a series: keyboard_arrow_right प्रतिशोध की ज्वाला-2 View all stories in series मेरे प्यारे दोस्तो, मैं आपकी सेवा में अपनी नयी सेक्स कहानी पेश कर रही हूँ. इस कहानी में हो सकता है कि कई जगह ग़लतियां हों, जो हिन्दी में लिखते हुए ना चाहते हुए भी हो जाती हैं. इसलिए …

मेरा दूसरा खुशनसीब दिन

यह कहानी मेरी पिछली रचना वो दिन भी बहुत खुशनसीब था का दूसरा और अंतिम भाग है। पिछले भाग में आपने पढ़ा कि किस तरह से प्रिंसीपल सर ने मुझे उनका लिंग चूसने के लिए मजबूर किया। पर बाद में मुझे मेरी स्वप्न सुंदरी पूजा मिस के साथ गुदा मैथुन करने का भी अवसर प्राप्त …